Generation of Computer




प्रथम पीढ़ी (1942-1956)

  • इस पीढ़ी मे इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के रूप वैक्यूम ट्यूब और वाल्व का उपयोग किया गया ॰
  • इस पीढ़ी मे डाटा स्टोरेज के लिए चुंबकीय ड्रम का इस्तेमाल किया गया। 
  • इस पीढ़ी के कम्प्युटर को ओपरेट करने के लिए मशीनी भाषा का उपयोग किया गया ।
  • इस पीढ़ी के कम्प्युटर को इनपुट देने के लिए पंच कार्ड व कागज टेप का उपयोग किया जाता था ।
  • ये कम्प्युटर विशाल काय व अधिक गर्मी उत्पन्न करते थे । ये एक बार मे एक ही कर सकते थे ।
         दिवतीय पीढ़ी (1956-1965)

  • इस पीढ़ी मे इलेक्ट्रोनिक घटक के रूप मे ट्रंजिस्टर का उपयोग किया गया ।
  • इसमे डाटा स्टोरेज करने के लिए चुंबकीय डिस्क का उपयोग किया जाता था ।
  • इस पीढ़ी मे नयी प्रोग्राममिंग भाषा कोबोल व फ़ोरट्रान का विकाश हुआ ।
  • तृतीय  पीढ़ी (1965-1975)


  • इस पीढी मे इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के रूप मे आईसी ( Intigrated Circuit)  का इस्तेमाल किया गया ।
  • इस पीढ़ी मे सर्वप्रथम कीबोर्ड व मोनिटर का उपयोग किया गया ।
  • सर्वप्रथम इस पीढ़ी मे ऑपरेशन सिस्टम की अवधारणा प्रश्तुत की गयी ।
  • इसमे नयी प्रोग्राममिंग भाषा कोबोल, फ़्रोट्रान II  का विकाश हुआ ।
चतुर्थ पीढ़ी (1975-1988)

  • इस पीढ़ी मे सर्वप्रथम इलेक्ट्रोनिक डिवाइस के रूप मे माइक्रो प्रॉसेसर का उपयोग किया गया ।
  • जिसका निर्माण 1971 मे इंटेल कार्पोरेशन ने इंटेल 4004 का निर्माण किया था 
  • इसमे नयी तकनीक VLSI (Very Large Scale Integration)  का उपयोग किया ।
  • VLSI तकनीकी की वजह से लाखो ट्रंजिस्टर व आईसी एक छोटी सी चिप मे समा गए।
  • माइक्रो प्रॉसेसर  के उपयोग से कम्प्युटर माइक्रो कम्प्युटर  कहलाने लगे ।
  • इस पीढ़ी मे नयी प्रोग्राममिंग भाषा c, c++, Database, HTML  का विकाश हुआ ।
पाँचवी पीढ़ी (1988-अब तक )
  • इस पीढ़ी मे नयी तकनीकी ULSI ( Ultra Large Scale Integration)  का उपयोग किया गया ।
  • इस पीढ़ी के कम्प्युटर मे कृत्रिम बुद्दि का विकास किया जा रह है ।
  • इस पीढ़ी के कम्प्युटर को AI ( आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंसी ) से लैस किया जा रहा है .जिससे की वो मानव की के साथ संवाद कर सके ।
  • इस पीढ़ी मे नयी प्रोग्राममिंग भाषा डॉट नेट , VB, JAVA, etc.  का विकास हुआ है ।